बुधवार, 19 सितंबर 2012

A Report From Amateur Seismic Centre(ASC)


ASC टिप्पणियाँ:



मेरठ से सटे जिलों में या राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में महसूस किया जा रहा है इस भूकंप की कोई रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं. इस भूकंप की भयावहता को देखते हुए यह आश्चर्य की बात है कि यह क्षति के कारण होता है. हालांकि इस मेरठ के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक छोटे से क्षेत्र तक ही सीमित था.
प्रारंभिक आईएमडी स्थान बागपत जिले में केंद्र देता है लेकिन उच्चतम तीव्रता का ठिकाना मेरठ जिले में दिखाई देते हैं. यह संभवतः भूमिका निभाई स्थान है जो प्रारंभिक वाद्य डेटा के साथ एक सामान्य घटना है और यह नोट करना महत्वपूर्ण है (वैज्ञानिक) में एक त्रुटि संकेत, इस अशुद्धि या अविश्वसनीयता मतलब नहीं है.
Kanshi के गांव में एक घर में परतापुर और दूसरे में ढह गई. Achhronda, कुछ पशुओं में मारे गए थे जब एक दीवार ढह. Kanshi रोड, भारत एग्रो उर्वरक की एक दीवार ढह गई, जबकि Katai मिल रोड पर Nirmadheen फैक्टरी में एक स्तंभ ढह गई. सड़क Chandsara - Salempur पर एक पोल्ट्री फार्म में एक शेड ढह कम से कम 450 मुर्गियों की मौत हो गई.
झटके दृढ़ता से मेरठ भर में महसूस किया गया, कई जागने. कई इमारतों की दीवारों Brahapuri और Lisari गेट क्षेत्रों में टूट गया था, और कुछ kachha दीवारों को ध्वस्त हो गई है कहा जाता है. Devpuri, दरवाजों और खिड़कियों परेशान और Mohanpuri लोगों को भयभीत थे. सदमा लगा Jagrati विहार क्षेत्र से ASC द्वारा प्राप्त रिपोर्ट में कहा गया है कि 20 सेकंड तक चली और हर किसी के द्वारा महसूस किया गया है - यह काफी मजबूत करने के लिए उन सो जगा था. झटके भी महसूस किए गए मेरठ के सरधना में उत्तर - पश्चिम, जहां कुछ इमारतों थोड़ा क्षतिग्रस्त हो गया था और लोगों को सड़क पर दौड़ा.

रविवार, 16 सितंबर 2012

भूकंप के आने का कारण स्थानीय


भूकंप का केंद्र  पूरा महादेव और नवादा गाँव के बीच वह जगह है जो शायद खली पड़ी है या फिर भट्टा रहा या बंजर है. इस भूकंप के आने का कारण स्थानीय  जायदा है 
दीपक शर्मा
सचिव 
प्रगति विज्ञानं संस्था 
मेरठ 

गुरुवार, 13 सितंबर 2012

बाल  विज्ञानं कोंग्रेस के प्रोजेक्ट स्कूल पाठ्यक्रम  में क्यों ?

बाल विज्ञानं कोंग्रेस एक उद्देश्यपूर्ण  गतिविधि है जिसमे किसी समस्या के समाधान हेतु स्वाभाविक परिस्थितियों में स्वतंत्रतापूर्वक रुचिपूर्ण संलग्नता के साथ प्रयास किया जाता है प्रोजेक्ट के किर्यान्वयन से किसी परिणाम की प्राप्ति होती है।
एक अच्छे प्रोजेक्ट के गुण 
  • प्रोजेक्ट में समस्या का होना आवश्यक है समस्या होने पर ही बच्चो को कार्य में लगाया जा सकता हैस साथ ही ये भी ध्यान रखे की समस्या जीवन की परिस्थितियों से जुडी हुई हो।
  • कार्य के लिए स्वाभाविक वातावरण होना चाहिए .
  • समस्या का हल छात्र स्वयं करे।
  • प्रोजेक्ट का उद्देश्य स्वयं कार्य ही है जो जीवन उपयोगी होने के साथ ही बालको की आवश्यकता को पूरी करता हो .
  • प्रोजेक्ट का महत्व हो तभी बालक उसे पूरा करेंगे . और प्रोजेक्ट तभी महतवपूर्ण होगा जब वह बालक द्वारा अनुभव की गई आवश्यकताओ को पूरा करता हो ,प्रोजेक्ट का महत्व उसकी पूर्ति के बाद भी हो और उससे बालको को ज्ञान ,आदत ,कौशल तथा रुचियों की प्राप्ति हो।


उपरोक्त गुणों के कारण ही बाल विज्ञानं कोंग्रेस के प्रोजेक्ट अब स्कुल  कलेंडर का हिस्सा बन गये है क्योकि ये पाठ्यक्रम की पुर्तीं के साथ ही एक दुनिया की सबसे बड़ी गतिविधि से जुड़ने का अवसर देती है।-दीपक शर्मा  

सोमवार, 20 अगस्त 2012

भारत में गणित :अतीत,वर्तमान,और भविष्य पर संगोष्ठी


भारत में  गणित :अतीत,वर्तमान,और भविष्य  पर संगोष्ठी 
क्लास ८ से १० तक के balko me  अभिवयक्ति की छमता विकसित करने ,वैज्ञानिक चिंतन और अनुसन्धान की परवर्ती जाग्रत करने के लिए २२ अगस्त को विज्ञानं संगोष्ठी का आयोजन एन.ऐ.एस.इंटर कोलेज में जनपदीय आयोजन किया जा रहा है 
यह आयोजन सुबह ९ बजे किया जायेगा ,इसमें शासकीय ,अशासकीय ,केंद्रीय व् मान्यता प्राप्त स्कूल के क्लास ८,९ व् १० में पड़ने वाले बालक ही भाग लेंगे .उसी दिन १० बजे से मंडलीय विज्ञानं संगोष्ठी का आयोजन होगा .
दीपक शर्मा
समन्वयक 
जिला विज्ञानं क्लब,मेरठ 

मंगलवार, 17 जुलाई 2012

अपने घर मे अपने घर में वायु और जल को बचने वाले काम करो और गृह कर और जलकर में छुट पाओ


अपने घर मे अपने घर में वायु और जल को बचने वाले काम करो और गृह कर और जलकर में छुट पाओ 

प्रिय मित्रो ,अब हमारी उत्तर प्रदेश सरकार आपके लिए गृह कर और जलकर में छुट ला रही है अगर आपने अपने घर मे अपने घर में वायु और जल को बचने वाले काम किये तो ४६ प्रतिशत छुट मिलेगी - जी हा छुट कम के अनुसार होगी  जो की निमं प्रकार है .
१-  अपने घर के चारो और पेड़ लगाये तो    ४०%   
२- अगर पार्किंग की वयवस्था की तो          ०२%
३- वायु प्रदुषण से बचने के संसाधन तो        ०२% 
4- ren water harvesting की वयवस्था karne walo को ०२%   
                                                   कुल  योग ४६% 

गुरुवार, 5 जुलाई 2012

जिला विज्ञानं केंद्र के दरवाजे तोड़ दिए !

 आज एकबार फिर से जिला विज्ञानं केंद्र के दरवाजे तोड़ दिए गये ,हमारे पास सुरक्छा के नाम पर कुछ भी नहीं है . जो पोलिश है वो कहती की आप क्या करते हो आब उनसे पूछो की यदि चोर हमें ही पकड़ना है तो फिर कहे को सरकार पोलिश पर इतना पैसा खर्च कर रही है .यह एक दुखद पहलु है विज्ञानं जागरूकता के लिय्रे मेरठ के बच्चो का सपना बन्ने से पहले कोई तोड़ कर चला जाता है क्या किसी के पास इसका समाधान है ? 

मंगलवार, 3 जुलाई 2012

जामुन का ओरगेनिक फल तैयार किया प्रगति विज्ञानं संस्था ने ३ जुलाई 12

जामुन का  ओरगेनिक फल तैयार किया प्रगति विज्ञानं संस्था ने    ३ जुलाई 12


                                                                                    
 
 
 

 
राज जम्बू (बड़ी जामुन )  इसका पत्ता ,छाल,फल और बीज सभी कुछ काम का है ! इसमें वातानुलोमक,मूत्रल,दीपन ,ग्राही ,वामंरोधक का गुण है ! यह डायबिटीज को नियंत्रित करता है जामुन ke sijan me इसका upyog karne से madhumeh ,संग्रहणी , अश्मरी नस्ट हो जाते है  जामुन के रस से कंठ रोग  और मुख की गर्मी भी नस्ट हो जाती है साथ ही प्लीहा और यकृत रोग में भी लाभकारी है . 
मेरठ में प्रगति विज्ञानं संस्था ने पिछ्लोए तीन साल में जैविक खाद को प्रमोट किया है साथ ही पचवटी तैयार कर उसमे ओरगेनिक फल तैयार किया है इसमें अभी तक शहतूत,अमरुद और जामुन है संस्था की सह सचिव श्रीमती गीता शर्मा ने बच्चों  के साथ मिलकर ये ओरगेनिक फल तैयार किये है 
क्योकि रासायनिक खादों से तैयार वनस्पति खाने से अब केंसर होने के संकेत मिलने लगे है इसे में प्रगति विज्ञानं की ये मुहीम आमजनमानस को एक प्रेणना बनकर उभरी है , प्रगति विज्ञानं संस्था अब जैविक खाद स्वयं तैयार करती  है इसमें दतावाली की दुहिता जी और मुरलीपुर के अरविद कुमार को योगदान भी है !  अब जैविक खाद के प्रति जागरूकता के लिए जिला विज्ञानं केंद्र पर भी इसे तैयार किया जायेगा ,एन.ऐ.एस इंटर कोलेज और जाग्रति विहार के प्रगति विज्ञानं संस्था के कार्यालय पर इसे पहले से ही तैयार किया जा रहा है .
दीपक शर्मा 

गुरुवार, 21 जून 2012

साल का सबसे बड़ा दिन ,सबसे छोटी रात और सबसे छोटी परछाई !















जी हा आज साल का सबसे बड़ा दिन ,सबसे छोटी रात और सबसे छोटी परछाई है क्योकि सूरज आज कर्क रेखा पर जो है .इसे देश भर के हजी नहीं दुनिया भर के बच्चो ने इतनी गर्मी में भी पुरे जोश के साथ मनाया .
आज मेरठ में मध्यकाल बारह बजकर इक्कीस मिनट पर था जब सूरज मेरठ के साथ ८४.५ डिग्री के कोण पर था वही उज्जैन में ठीक ९० अंश का कोण बना जिससे परछाई का कोण भी जीरो हो गया .इसके साथ ही बच्चो ने आज मध्यकाल में वास्तविक उत्तर और दक्छिन दिशा का पता लगाना भी सीखा. 
मेरठ से ठीक ११ बजे बालचेतना.ब्लागस्पाट.इन  पर एन.ऐ.एस इंटर कोलेज के मैदान से सीधा प्रसारण शुरू किया जिसे देश के साथ ही दुनिया के कई देशो के बच्चो ने पृथ्वी की परिधि नापने का प्रयोग सीखा . आज पहली बार सीधा लाइव प्रयोग देखने का अवसर पूरी दुनिया को मिला .ये आने वाले समय में एक प्रभावशाली माध्यम होगा विज्ञानं की गतिविधिओ को समझने और करने के लिए.
आज जहा भुज में बदल छाये रहे परन्तु कश्मीर,जम्मू ,आसाम ,उज्जैन ,कोहलापुर ,दिल्ली ,नोएडा, गाजिअबाद ,मेरठ ,बागपत  में प्रयोग में सूरज का पूरा सहयोग मिला , ४६ डिग्री से अधिक तापमान पर भी बाल विज्ञानी आकडे इकठ्ठा करने के लिए पुरे उत्साह के साथ जुटे रहे .
कल ४.३०पर पूरी दुनिया के बच्चे अपने अपने अकड़े प्रस्तुत करेंगे और वेदिओकोन्फ़्रेन्सिन्ग के माध्यम से. 
इस पुरे आयोजन को देखने के लिए माँ और दादी  भी बच्चो के साथ आई थी . मो.मतीन अंसारी ,श्रीमती माला जी की देखरेख में यह आयोजन किया गया . इस अवसर पर श्रीमती उषा शर्मा, ऐ.के.गोएल,दिलशाद,प्रधानाचार्य अशोक कुमार शर्मा,डॉ.ज.क.शर्मा,डॉ.राजेश मोहन शर्मा भी उपस्थित थे 
दीपक शर्मा

मंगलवार, 12 जून 2012

दुरलभ सिक्को की धरोहर -एक विज्ञान



सन 47में आजादी के बाद मेरठ के प्रथम मजिस्ट्रेट रहे डा0 निजाम की आठ पुत्रियो में से एक तनवीर जहॅंा अपने शौहर जहाॅगीर आलम के साथ एन.ए.एस.इन्टर कालिज में विज्ञान अध्यापक दीपक शर्मा से मिलने के लिए पहुची और अपने पास रखे दुर्लभ सिक्को दिखाया ।
दीपक शर्मा पीतल ,ताॅंबा,जस्ता,चाॅंदी और एल्युमिनियम के बने सिक्कों को देखकर महसुस किया कि यह एक धरोहर हैं। उनके पास पहले से ही कुछ सिकको का संग्रह है।
मेरठ के तीन बड़े रईस परिवारेा में से एक चुने वाले परिवार से ताल्लुक रखने वाली तनवीर जहाॅं खैरनगर की रहने वाली है उन्होने 557 ई0 में रामदरबार बने सिक्के ,जूनागढ़ की रियासत में चले तांबे की टिकड़ी, शाह आलम बादशाह के नाम से चला सिक्का, 1942 में जोराव गायकवाड़ का सरकारी सिक्का, 1907 में बना चाॅदी का एक पैसा,1919 में जार्ज पंचम के समय का जस्ते का बना 4 पेन्स,1934 में बना हाफ रूपीज का सिक्का,1959 में बना एक पैसा, के अलावा 1976,77,89 में बने पाकिस्तान के सिक्के,1972 में बना लिबर्टी .यूएस.ए, का एक डालर, 1968 में बना कन्या का सिक्का,1947 में बना 5फ्रेन्स,1966 का 6 पेन्स,और 1965 में बना इटली का डालर के साथ ही महात्मा गांधी के तीन बंन्दरो वाला लाकेट सहीत कुल 33 सिक्के दिखाये।
तनवीर जहाॅं और उनके शैहर जहागीर आलम ने ये सिक्के एक कांच के मजबुत बक्से में रखकर दीपक शर्मा को दान कर दिये ताकि सिक्को के इतिहास और विज्ञान को नयी पीढ़ी के बच्चे समझ सके।
इस अवसर पर दीपक शर्मा ने उनसे वादा लिया कि जबभी इसकी प्रदर्शनी लगेगी वे स्वयं उपस्थित जरूर रहें साथ ही ये भी आशा व्यक्त की शहर के जिन लोगो के पास ऐसे दुलर्भ सिक्के हैं वे अगर एक इक्टठा होकर इसकी प्रदर्शनी लगाये या फिर दान दे तो उनके नाम के साथ ही उन सभी का प्रदर्शन किया जायेगा। इस प्रकार मेरठ के पास अपना एक दुलर्भ संग्रहालय भी होगा।
डा0 डी0के पाल

मंगलवार, 15 मई 2012

शुक्र पारगमन के लिए कल से शुरू हो रहा है समर कैम्प 






















मेरठ के अलग अलग स्कूल में कार्यशाला 
६ जून के लिए मुख्या स्थल होगा एन.ऐ.एस.इंटर कोल्लेज का मैदान 
२० मई सुबहे ५ बजे से १० बजे तक मुख्या स्थल  होगा तैयार  उपकरणों का अभ्याष
मेरठ के लोग दुर्लभ घटना को देखने के लिए बना रहे है मन 
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा केंद्र होगा मेरठ 
 बच्चो और शिक्षको को शिखाया जायेगा देखने का तरीका !
मेरठ के किसी भी स्कूल में मांग पर सिखाने जाएगी टीम. 
आज मोहद मतीन अंसारी कपूरथला से प्रशिक्षण लेकर लोटे .इससे पूर्व देश की सबसे पहली वोर्क्शोप चंडीगढ़  में आयोजित हुई थी में शामिल हुए थे दीपक शर्मा 
आज हुए बैठक में डॉ. सरोज शर्मा ,सीमा जैन,दीपक शर्मा,मोहद.मतीन अंसारी  शामिल हुए.
दीपक शर्मा
संयोजक 
शुक्र पारगमन
mearth  
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