आज मेरठ में मध्यकाल बारह बजकर इक्कीस मिनट पर था जब सूरज मेरठ के साथ ८४.५ डिग्री के कोण पर था वही उज्जैन में ठीक ९० अंश का कोण बना जिससे परछाई का कोण भी जीरो हो गया .इसके साथ ही बच्चो ने आज मध्यकाल में वास्तविक उत्तर और दक्छिन दिशा का पता लगाना भी सीखा.
मेरठ से ठीक ११ बजे बालचेतना.ब्लागस्पाट.इन पर एन.ऐ.एस इंटर कोलेज के मैदान से सीधा प्रसारण शुरू किया जिसे देश के साथ ही दुनिया के कई देशो के बच्चो ने पृथ्वी की परिधि नापने का प्रयोग सीखा . आज पहली बार सीधा लाइव प्रयोग देखने का अवसर पूरी दुनिया को मिला .ये आने वाले समय में एक प्रभावशाली माध्यम होगा विज्ञानं की गतिविधिओ को समझने और करने के लिए.
आज जहा भुज में बदल छाये रहे परन्तु कश्मीर,जम्मू ,आसाम ,उज्जैन ,कोहलापुर ,दिल्ली ,नोएडा, गाजिअबाद ,मेरठ ,बागपत में प्रयोग में सूरज का पूरा सहयोग मिला , ४६ डिग्री से अधिक तापमान पर भी बाल विज्ञानी आकडे इकठ्ठा करने के लिए पुरे उत्साह के साथ जुटे रहे .
कल ४.३०पर पूरी दुनिया के बच्चे अपने अपने अकड़े प्रस्तुत करेंगे और वेदिओकोन्फ़्रेन्सिन्ग के माध्यम से.
इस पुरे आयोजन को देखने के लिए माँ और दादी भी बच्चो के साथ आई थी . मो.मतीन अंसारी ,श्रीमती माला जी की देखरेख में यह आयोजन किया गया . इस अवसर पर श्रीमती उषा शर्मा, ऐ.के.गोएल,दिलशाद,प्रधानाचार्य अशोक कुमार शर्मा,डॉ.ज.क.शर्मा,डॉ.राजेश मोहन शर्मा भी उपस्थित थे
दीपक शर्मा